प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोच्चि में केरल की पहली मेट्रो ट्रेन के पहले फेज का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू, केरल के राज्यपाल पी. सदाशिवम, मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन और मेटो मैने ई. श्रीधरन भी मौजूद थे, इन्होंने पलारिवट्टम स्टेशन से पथादिपल्लम के बीच मेट्रो का सफर भी किया। कोच्चि देश का पहला शहर होगा, जहां वाटर मेट्रो होगी। इसके तहत शहर के 10 आईलैंड्स को बोट ट्रांसपोर्ट के जरिए जोड़ा जाएगा। पैसेंजर्स को मेट्रो स्टेशन तक पहुंचाने के लिए यह इंतजाम किया जा रहा है। वाटर मेट्रो पर करीब 819 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। प्रोजेक्ट पूरा होने पर इसके सभी 22 स्टेशनों पर रूफ टॉप सोलर पैनल लगाए जाएंगे। कोच्चि मेट्रो देश की पहली सरकारी एजेंसी है, जिसने स्टाफ में ट्रांसजेंडर्स को भी जगह दी है। पहले फेज के स्टाफ में ही 23 ट्रांसजेंडर हैं। प्रोजेक्ट पूरा होने पर यह देश की पहली मेट्रो सर्विस होगी, जिसमें 80% महिला कर्मचारी होंगी। देश की पहली मेट्रो है, जिसमें बड़े पैमाने पर सोलर एनर्जी का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोच्चि मेट्रो का प्लान है कि उसकी जरूरत की 25% बिजली सोलर एनर्जी से हासिल की जा सके। यह देश की पहली मेट्रो सर्विस है, जिसमें कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। फ्रिक्वेंसी बढ़ाने और एरर को कम करने के मकसद से ऐसा किया जा रहा है। कोच्चि मेट्रो सर्विस को शुरू होने में सिर्फ 45 महीने लगे हैं। कोच्चि प्रोजेक्ट का काम 2012 में शुरू हुआ था। कंस्ट्रक्शन 2013 में शुरू किया गया। चांडी सरकार ने इसका जिम्मा दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को सौंपा था। DMRC के प्रिंसिपल एडवाइजर ई. श्रीधरन ने इस प्रोजेक्ट का इंस्पेक्शन किया था। देश की दूसरी मेट्रो सर्विस की तुलना में यह सबसे कम समय में शुरू हुई है। मुंबई मेट्रो को पहले 11 किलोमीटर की सर्विस शुरू करने में 75 महीने लगे थे। चेन्नई मेट्रो के पहले फेज में 72 महीने, जयपुर मेट्रो के पहले फेज में 56 महीने, दिल्ली और बेंगलुरु मेट्रो के पहले फेज में 50-50 महीने लगे थे।
पहले फेज में यह मेट्रो पलारिवट्टोम और अलुवा के बीच 13 किलोमीटर के रूट पर चलेगी, इस रूट पर 11 स्टेशन अलुवा, पुलिनचोडू, कम्पनीपेडी, अम्बातुकावु, मुट्टम, कलामसेरी, कोचिन यूनिवर्सिटी, पथादिपल्लम, इदापल्ली, चंगमपुझा पार्क और पलारिवट्टम हैं। बाकी सेक्शन्स पर अभी काम चल रहा है। पब्लिक के लिए यह सर्विस अगस्त तक शुरू की जाएगी। इसमें मिनिमम फेयर 15 रुपए होगा। अलुवा से पलारिवोट्टम के बीच 13 किलोमीटर के लिए 30 रुपए लगेंगे। कोच्चि मेट्रो के हर कोच में मोबाइल चार्जिंग के लिए यूएसवी पोर्ट होगा। यह देश की पहली मेट्रो है जो टियर-2 सिटी के लिए शुरू की गई है। यह कुल 26 किलोमीटर के रूट पर चलेगी। इस दूरी के बीच 22 स्टेशन होंगे। मेट्रो की वेबसाइट के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट पर 5180 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। केरल के लिए कोच्चि मेट्रो के बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कोच्चि केरल का व्यावसायिक केंद्र है। देश के पहले एकीकृत मल्टी माडल टांसपोर्ट सिस्टम का दावा किए जाने वाले इस मेट्रो से क्षेत्रीय संपर्क में सुधार आने और कोच्चि में ट्रेफिक और भीड़भाड़ में कमी आने की उम्मीद है।

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