प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने गुरुवार को दिल्ली के करोल बाग इलाके में सीए के ऑफिस में छापेमारी की।
कालेधन पर मोदी सरकार अपना शिकंजा कसती जा रही है। इस सन्दर्भ में एक अप्रैल से लगभग रोज छापेमारी चल रही हैl कालेधन को खपाने के लिए बनाई गई शेल कंपनियों को कानूनी संरक्षण देने के आरोप में गुरुवार को सीए के यहाँ पर छापेमारी की गयी हैl
इसके पूर्व बुधवार को सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के करीबियों के यहां बीकानेर जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी कीl ED ने फरीदाबाद में तीन जगहों पर छापेमारी कीl रॉबर्ट वाड्रा के करीबी महेश नागर और अशोक कुमार के यहाँ भी छापेमारी हुईl बीकानेर में 270 बीघा जमीन 79 लाख में खरीदी गई और इसके बाद तीन साल में 5 करोड़ में बेच दी गई, इसी को लेकर ED ने यह छापेमारी कीl महेश नागर को वाड्रा की कंपनी ने जमीन खरीदने-बेचने की पावर ऑफ अटार्नी दी थी, तो वहीं अशोक कुमार को जिस पार्टी ने जमीन वाड्रा से बेची थी उन्हें खरीदने और बेचने की अटॉर्नी दी थीl ED की जांच में पाया गया कि अशोक कुमार महेश नागर का ड्राइवर रह चुका हैl महेश नागर का भाई कांग्रेस से विधायक हैl मामला बीकानेर में स्काईलाइट कंपनी के माध्यम से जमीन-खरीद फरोख्त का है और कंपनी में राबर्ट वाड्रा और उनकी मां मोरीन वाड्रा निदेशक हैंl