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शायद आप इस पर यकीन नहीं करें पर दुनिया में ऐसे लोग भी हैं जो कभी बीमार नहीं पड़ते। 120 वर्ष की आयु आम बात है। महिलाएं 65 की उम्र में बच्चे पैदा करती है।
हैरान न हों, हुंजा लोग कभी बीमार नहीं पड़ते। नार्थ पाकिस्तान के काराकोरम माउंटेन्स पर रहने वाले हुन्जकूटस या हुंजा लोग बुरूषो समुदाय के लोग हैं जो हुंजा वैली में रहते हैं। ये लोग कभी बीमार नहीं पड़ते। हुंजा लोग गिनती में चाहे कम हों, लेकिन इन्हें दुनिया के सबसे लम्बी उम्र वाले, खुश रहने वाले और स्वस्थ लोगों में गिना जाता है। हुंजा लोगों को दुनिया में कैंसर फ्री पापुलेशन माना जाता है, क्योंकि आजतक एक भी हुंजा कैंसर का शिकार नहीं हुआ है। इन लोगों ने कभी कैंसर का नाम ही नहीं सुना है। हुंजा महिलाएं 65- 70 की उम्र में आसानी से बच्चे पैदा करती हैं।
इस कम्युनिटी के लोगों को बुरुशो भी कहते हैं, इनकी भाषा बुरुशास्की है। कहा जाता है कि ये कम्युनिटी अलेक्जेंटडर द ग्रेट की सेना के वंशज हैं, जो चौथी सदी में यहां आए थे। ये कम्युनिटी पूरी तरह मुस्लिम है।
इनकी सारी एक्टिविटीज मुस्लमानों जैसी ही हैं। ये कम्युनिटी पाकिस्तान की बाकी कम्युनिटीयों से कहीं ज्यादा एजुकेटेड है। हुंजा घाटी में इनकी पॉपुलेशन करीब 87 हजार ही है।
हुंजा लोग अपनी लम्बी उम्र का क्रेडिट अपने डाइट को देते हैं। इनके डाइट चार्ट में सिर्फ पौष्टिक आहार शामिल होते हैं। शोधकर्ताओं ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हुंजा लोग खाने में ज्यादा से ज्यादा अखरोट का इस्तेमाल करते हैं। धूप में सुखाए गए अखरोट में B-17 कंपाउंड पाया जाता है, जो लोगों के शरीर के अंदर मौजूद कैंसर एजेंट को खत्म करता है। चूंकि, हुंजा काफी ज्यादा अखरोट का सेवन करते हैं, इसलिए उन्हें कैंसर नहीं होता। अन्य लोगों के मुकाबले हुंजा लोगों की डाइट काफी ज्यादा भी होती है, जिसमें कच्ची सब्जियां, फल, बारले, मेवे, अनाज के अलावा दूध, अंडा और चीज भी शामिल हैं।
हुंजा लोग आम दिनों में खाने के बाद वॉक पर निकल जाते हैं। ये लोग साल में कुल दो से तीन महीने खाना नहीं खाते हैं। इस दौरान वो सिर्फ जूस लेते हैं। इनकी औसत उम्र 120 साल है, जिसमें ये 75- 80 साल तक तो ये जवान ही दिखते हैं।
हुंजा कम्युनिटी के अब्दुल म्बुंदु 1984 में जब लंदन एयरपोर्ट पर सिक्यूरिटी चेक करवा रहे थे तो ऑफिसर्स उनका बर्थ इयर 1832 देखकर हैरान रह गए। उन्होंने कई बार उनकी उम्र को क्रॉसचेक किया और काफी समय लगने के लिए बाद में Sorry बोला। इसके बाद से ही हुंजा लोगों का किस्सा पूरी दुनिया में मशहूर हो गया।