बंगाल में नहीं तो क्या पाक जाकर दुर्गा विसर्जन करें : अमित शाह
भाजपाध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि महागठबंधन स्वार्थ का बंधन है, गठबंधन के नेता चाहते हैं कि देश में मजबूर सरकार हो ताकि वो भ्रष्टाचार कर सकें. देश का विकास गठबंधन के ढकोसले से नहीं होगा. वो लोग मोदी को हटाना चाहते हैं और हम गरीबी को हटाना चाहते हैं. इनकी रैली में एक बार भी भारत माता की जय या वंदे मातरम का नारा नहीं लगा.
अमित शाह ने मालदा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि गठबंधन की रैली में 23 में से 9 प्रधानमंत्री बनने वाले ही थे, वहां PM के लिए लाइन लगी है, लेकिन हमारे यहाँ नरेंद्र मोदी के रूप में चट्टान है. ममता सरकार का ट्रांसफर जल गया है, अब इसे बदलने नहीं उखाड़ फेंकने का समय आ गया है.
अपने दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरा की शुरुआत करते हुए शाह ने कहा कि मेरे हेलिकॉप्टर को उतारने के लिए परमिशन तक नहीं दी गई, क्या हम हेलिकॉप्टर से ही रैली करेंगे, मार्च करेंगे. उन्होंने कहा कि अब ममता दीदी मेरे ऊपर केस करेंगी, पिछली बार आया था तो भी केस किया था. ममता दीदी बंगाल में आयुष्मान भारत योजना को लागू होने से रोक रही हैं. देशभर के गरीबों का 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में मिल रहा है, लेकिन बंगाल में नहीं. सिनेमा, कला या तकनीक सभी क्षेत्र में बंगाली लोगों का दबदबा रहता था, लेकिन आज बंगाल घुसपैठियों का और गोतस्करी करने वाला बन चुका है. लंबे वक्त से लेफ़्ट शासन और ममता दीदी के शासन ने बंगाल को कहां पहुंचा दिया. पहले राज्य की उत्पादन क्षमता 27 फ़ीसदी थी जो अब 3.3 फ़ीसदी पर पहुंच गई है. बंगाल को कंगाल बनाने का काम ममता सरकार ने किया है.
शाह ने कहा कि आज बंगाल में लोकसभा चुनाव का श्रीगणेश करने आया हूँ, हमारा संकल्प है कि हम लोकतंत्र का गला घोंटने वाली ममता सरकार को उखाड़ फेकेंगे. 2019 का चुनाव तय करेगा कि हत्याएं करवाने वाली TMC सरकार रहेगी या जाएगी. ममता सरकार ने बंगाल की संस्कृति को और राज्य के उद्योग को खत्म किया. ममता सरकार ने बंगाल को कंगाल कर दिया है. बंगाल में सारे उद्योग बंद पड़े हैं, लेकिन बम-बंदूक की फैक्ट्री चल रही है. बंगाल की जनता ने कम्युनिस्ट को हटाकर इन्हें मौका दिया, लेकिन आज लोग कह रहे हैं कि इनसे अच्छे तो कम्युनिस्ट थे. उन्होंने कहा कि बंगाल की निकम्मी सरकार को उखाड़कर फेंक दो, एक बार कमल खिला दो तो किसी को सिंडिकेंट टैक्स नहीं देना पड़ेगा.
शाह ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता लगातार बंगाल में मेहनत कर रहे थे, हमारी यात्रा निकलती तो उनकी सरकार की अंतिम यात्रा निकल जाती, इसलिए परमिशन नहीं दी गई. लेकिन हम अब ज्यादा मेहनत करेंगे. ये घुसपैठियों की सरकार है. हमारी सरकार बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए लोगों को नागरिकता बिल के तहत भारत की नागरिकता देगी, लेकिन इस बिल को ममता जी समर्थन नहीं देंगी, क्योंकि उनको वोट बैंक की चिंता है. मैं कहता हूं नागरिकता बिल राज्य का सबसे अहम चुनावी मुद्दा होगा.
कांग्रेस ने कभी भी सुभाष बाबू का सम्मान नहीं किया लेकिन नरेंद्र मोदी उनका सम्मान करने अंडमान पहुंचे. अंडबान और निकोबार में पहली बार सुभाष बाबू गए थे, ये लोग उन्हें भुलाने का प्रयास कर रहे हैं. सुभाष बाबू को अमर रखने के लिए हमने टापू का नाम बदला. ये फैसला बंगाल का सम्मान करने वाला फ़ैसला था.
शाह ने कहा कि बंगाल में गोतस्करी हो रही है, इसे रोका नहीं जा रहा. ये विवेकानंद, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और बटुकेश्वर दत्त का बंगाल है, वही बंगाल दोबारा बनाने के लिए यह चुनाव है. बंगाल की संस्कृति को बर्बाद करने वाली तृणमूल कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का चुनाव है. ममता सरकार पर हिंदू विरोधी होने का सीधा आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि बंगाल में दुर्गा विसर्जन की इज़ाजत नहीं हैं. राज्य में सरस्वती पूजन के लिए प्रतिबंध लगाए गए हैं. क्या आप लोग ऐसा बंगाल चाहते हैं? बंगालवासी इसके लिए अब पाकिस्तान जाएंगे क्या?