लालूप्रसाद भोले-भाले गरीबों की सहानुभूति बटोरने और न्यायपालिका को बदनाम करने की साजिश रच रहे : सुशील मोदी
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट किया कि- लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और इनकी नई पीढ़ी ने अपने विरोध में दिखने वाले सम्मानित नेताओं के लिए अब तक जैसी भाषा और शब्दों का प्रयोग किया है, उन्हें अगर याद कर लेते तो महागठबंधन के नेताओं के पैर राजभवन मार्च करने से पहले शर्म से थम जाते. राबड़ी देवी ने कभी बिहार के राज्यपाल को लंगड़ा कहा तो कभी ललन सिंह के लिए ऐसे अपशब्द कहे कि उन्हें मानहानि का मुकदमा तक करना पड़ा. सब लोग जानते हैं कि नीतीश के पेट में दांत का मुहावरा लालू प्रसाद ने गढ़ा. नई पीढ़ी के एक राजद नेता मुख्यमंत्री के लिए लगातार अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं. एक युवा नेता तो प्रधानमंत्री को चमड़ी उधेड़ने तक की धमकी दे चुके हैं. जिन्हें सम्मान देना नहीं आता, वे सड़क पर जुलूस निकालने से सम्मान नहीं पाने लगेंगे.
सुमो ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि- लालू प्रसाद को चारा घोटाला के चार मामलों में जो सजाएं सुनाई गई हैं, उसकी आधी अवधि भी जेल में बिताये बिना और बिना किसी ठोस आधार के केवल राजनीति करने के लिए बार-बार जमानत की मांग की जाती है, इसलिए उनकी याचिकाएं खारिज होती हैं. पूरी रणनीति भ्रष्टचारी को पीड़ित प्रोजेक्ट कर भोले-भाले गरीबों की सहानुभूति बटोरने और न्यायपालिका को बदनाम करने की है.
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी 11- 12 जनवरी को रामलीला मैदान, नई दिल्ली में आयोजित भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने गये हुए हैं.