उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार और घूसखोरी के आरोप में तीन मंत्रियों के निजी सचिव गिरफ्तार हुए. एक स्टिंग आपरेशन सामने आने के तत्काल बाद योगी सरकार ने तीनों सचिवों को सस्पेंड कर लखनऊ के ADG राजीव कृष्ण की अगुवाई में SIT का गठन किया गया था.
भ्रष्टाचार और घूसखोरी के आरोप में खनन मंत्री अर्चना पांडे के निजी सचिव रामनरेश त्रिपाठी, बेसिक शिक्षा मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप और बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी गिरफ्तार हुए हैं.
खनन मंत्री के निजी सचिव त्रिपाठी ने खनन डीलिंग करते हुए स्टिंग आपरेशन में कहा था कि पैसा लगाने वाली पार्टी अच्छी होनी चाहिए, बाकी कोई दिक्कत नहीं है. पैसा तो इधर बहुत है.
बेसिक शिक्षा मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप के ने एक बेसिक शिक्षा अधिकारी का ट्रांसफर करवाने का रेट बताते हुए कहा था कि इसके लिए तीस- चालीस लाख चलता है.
वहीं बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी सरकारी स्कूल में बच्चों को दी जाने वाली किताबों की आपूर्ति का काम देने के एवज में डील कर रहे थे.