भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मैच सिडनी में 3 जनवरी को शुरू हुआ और यहाँ पहले ही दिन भारत ने कई रिकार्ड अपने नाम कर लिया. भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 303 रन बना लिए हैं. हाँलाकि भारत ने 2-1 की बढ़त बना रखी है. सीरीज का पहला मैच एडिलेड में भारत ने 31 रनों से जीता, दूसरा टेस्ट पर्थ में ऑस्ट्रेलिया 146 रनों की जीता और मेलबर्न में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने 137 रनों की जीत हासिल की.
विराट कोहली ने अपनी 399वीं पारी में इंटरनेशनल क्रिकेट में 19,000 रन पूरे कर लिए जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है. इससे पहले सचिन तेंदुलकर ने 432 पारियों, ब्रायन लारा ने 433, रिकी पोंटिंग ने 444 और जैक कैलिस ने 458 पारियों में ये मुकाम हासिल किया था. हाँलाकि सचिन 19,000 इंटरनेशनल रन बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज़ थे. कोहली ने 15,000, 16,000, 17,000 और 18,000 रन सबसे तेज बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है.
विराट कोहली 19012 इंटरनेशनल रन बनाने वालों में बारहवीं स्थान पर पहुँच गए. उनसे ज्यादा इंटरनेशनल रन बनाने वालों में सचिन 34357 टॉप पर हैं. जबकि कुमार संगाकारा ने 28016, रिकी पोंटिंग 27483, महेल जयवर्धने 25957, जैक कैलिस 25534, राहुल द्रविड़ 24208, ब्रायन लारा 22358, सनत जयसूर्या 21032, शिवनारायण चंद्रपॉल 20988, इंजमाम-उल-हक 20580 और एबी डीविलियर्स ने 20014 रन बनाए हैं.
सिडनी टेस्ट की 2री पारी में कोहली अगर शतक लगाने में सफल हो जाते हैं तो वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी की धरती पर सबसे अधिक शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ बन जाएंगे. इस वक्त विराट (11 मैचों में) और सचिन (20 मैचों में) के नाम 6-6 शतक हैं.
विराट कोहली सिडनी टेस्ट अगर जीत जायें तो उनकी विदेशी धरती पर 12 जीत हो जाएंगी और वह ऐसा करने वाले एकलौते भारतीय कप्तान होंगे. इस समय विराट और सौरव गांगुली 11-11 जीत के साथ संयुक्त रूप से नंबर 1 हैं. कोहली को सिडनी में मिली जीत उन्हें धोनी की बराबरी पर पहुंचा देगी. धोनी ने 60 टेस्ट मैचों में से 27 में (45.00%) जीत दर्ज की है. जबकि विराट के नाम 45 मैचों में 26 (57.77%) जीत दर्ज हैं.
चेतेश्वर पुजारा ने अपने केरियर के 68वें टेस्ट में 18वां शतक ठोका और इसी के साथ उन्होंने पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को पीछे छोड़ दिया. मौजूदा सीरीज में उनके अब 428 रन हो गए हैं जिसके साथ वो इस सीरीज में टॉप स्कोरर भी बन गए हैं.
पुजारा ने इस शतक के साथ नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच शतक जड़ने का रिकॉर्ड कायम किया है. जबकि अन्य भारतीय बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस पोजिशन पर सिर्फ 6 शतक ठोके हैं. मोहिंदर अमरनाथ और वीवीएस लक्ष्मण ने दो-दो तो राहुल द्रविड़ और दिलीप वेंगसरकर ने एक-एक बार शतक ठोका है. नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए 18वां शतक लगाकर वो विश्व के 6ठे बल्लेबाज बन गए. संगकारा 37, पोंटिंग 32, राहुल द्रविड़ 28, अमला 25 और ब्रैड़मैन ही यह कर पाए है.
इसके अलावा पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात टेस्ट शतक जड़ कोहली की बराबरी कर ली है. साल 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट कोहली ने एडिलेड, मेलबर्न और सिडनी में शतक लगाए थे और पुजारा ने भी उन्हीं की तरह इन्ही मैदानों पर शतक ठोका.
चेतेश्वर पुजारा एक सीरीज में एशिया से बाहर तीन शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए. इससे पहले दिलीप सरदेसाई (वि. वेस्टइंडीज, 1970-71), सुनील गावस्कर ( वि. ऑस्ट्रेलिया, 1977-78) और राहुल द्रविड़ दो बार (वि. इंग्लैंड, 2002 और 2011) सीरीज में तीन-तीन शतक लगा चुके हैं. हाँलाकि इसका रिकॉर्ड सुनील गावस्कर और विराट कोहली के नाम है, जिन्होंने एक सीरीज में चार-चार शतक ठोके हैं. गावस्कर ने 1970-71 में वेस्टइंडीज के खिलाफ तो विराट ने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया में यह किया था.
ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिए पहले दिन कुल छह शतक लगे हैं, उसमें से दो पुजारा के नाम हैं. हाँलाकि पुजारा 130 रन नाबाद बनाकर ऑस्ट्रेलिया में किसी टेस्ट के पहले दिन बड़ा स्कोर बनाने के मामले में भी चौथे नंबर पर हैं. भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग ने पहले दिन 2003 में मेलबर्न में 195, मुरली विजय ने 2014 में गाबा में 144 और सुनील गावस्कर ने 1986 में सिडनी में 132 रन की पारियां खेली थीं. हाँलाकि सचिन ने 2008 में ऐडिलेड में 124 और पुजारा ने 2018 में ऐडिलेड में ही 123 रन बनाए हैं.
पुजारा भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज गति से 18 टेस्ट शतक (114वीं टेस्ट पारी में) बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में चौथे पायदान पर पहुंच गए. सुनील गावस्कर(82), सचिन तेंदुकर(99) और विराट कोहली(103) इस सूची में पुजारा से आगे हैं. पांचवें स्थान पर मोहम्मद अजहरुद्दीन(121) हैं.
पुजारा उन एलीट भारतीय बल्लेबाजों की लिस्ट में भी शामिल हो गए हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर किसी एक सीरीज में 1000 से अधिक गेंदें खेली हैं. यह कारनामा अबतक सिर्फ 5 भारतीय बल्लेबाज ने ही किया है. 1947-48 में विजय Hazare, 1977-78 में सुनील गावस्कर, 2003-04 में राहुल Dravid, 2014-15 में विराट कोहली और अब 2018-19 में चेतेश्वर पुजारा.
हाँलाकि इन सबसे अलग सिडनी क्रिकेट मैदान (SCG) का इतिहास भारत के लिए काफी डरावना है. सिडनी में टीम इंडिया ने सिर्फ एक बार बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में 1977-78 के दौरे पर टेस्ट मैच जीता है. लेकिन टीम ने वह सीरीज 2-3 से गंवाई थी. इस मैदान पर भारत ने अब तक 11 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 5 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम से उसे हार का सामना करना पड़ा है, वहीं, 5 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं. अगर भारत सिडनी टेस्ट जीत लेता है तो वह इतिहास बना देगा. भारत यह टेस्ट ड्रॉ करता है तो भी इतिहास बना देगा, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टीम इंडिया पहली एशियन टीम बन जाएगी, जो टेस्ट सीरीज जीत पाई हो.
भारत का यह 12वां ऑस्ट्रेलिया दौरा है, अबतक ऑस्ट्रेलिया में खेली 11 सीरीज में भारत को आठ में हार मिली, जबकि तीन ड्रॉ रही हैं. विराट कोहली ने सीरीज के दो टेस्ट जीतने के मामले में बिशन सिंह बेदी की बराबरी कर ली है, उन्होंने 1977-78 में ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट जीते थे. अगर विराट कोहली सीरीज का आखिरी मैच जीत लेते हैं तो वह ऐतिहासिक होगी.
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