मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राजभवन के लॉन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कमलनाथ मंत्रिमंडल में 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में नौ मंत्रियों को शपथ दिलायी गयी. 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री के साथ ही टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने शपथ ले ली थी.
मध्य प्रदेश में मंत्री पद की शपथ लेने वालों में डॉ. गोविंद सिंह, आरिफ अकील, बृजेंद्र सिंह राठौर, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, लाखन सिंह यादव, विजय लक्ष्मी साधो, हुकुम सिंह कराड़ा, तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत, ओमकार सिंह मरकाम, सुखदेव पांसे, प्रभुराम चौधरी, जयवर्धन सिंह, हर्ष यादव, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, तरुण भनोट, पी सी शर्मा, सचिन यादव, सुरेंद्र सिंह बघेल, जीतू पटवारी, उमंग सिंगार, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रदीप जायसवाल, महेंद्र सिंह सिसौदिया, इमरती देवी और प्रियव्रत सिंह शामिल हैं. साथ ही गोटेगांव के विधायक एनपी प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष बनाने की भी घोषणा कर दी गयी.
मंत्रिमंडल में कांग्रेस के गुटीय और क्षेत्रीय संतुलन का पूरा ध्यान रखने की कोशिश की गई है. मालवा-निमाड़ से सर्वाधिक नौ 9 मंत्री बनाये गये हैं. ग्वालियर- चंबल क्षेत्र से पांच, महाकौशल से चार, बुंदेलखंड से तीन, मध्य से छह और विंध्य से एक विधायक मंत्री बनाए गए. बताया जाता है कि कमलनाथ और दिग्विजय खेमे के 21 विधायक मंत्री बने जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 7 लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल करवाने में सफल रहे.
मंत्रियों के शपथ लेने के लगभग तुरंत बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कैबिनेट की पहली अनौपचारिक बैठक शाम पांच बजे पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बुलायी. मंत्रियों में नौ सदस्यों की उम्र पचास वर्ष से कम है. प्रदेश में पन्द्रह वर्ष बाद एक मुस्लिम चेहरा मंत्रिमंडल में देखने को मिलेगा. दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह (32वर्ष) कमलनाथ कैबिनेट के सबसे युवा चेहरा हैं. जयवर्धन सिंह के अलावा सचिन यादव की (36), प्रियव्रत सिंह (40), सुरेंद्र सिंह (41), इमरती देवी (43), उमंग सिंघार (44), जीतू पटवारी (45), प्रद्युम्न सिंह तोमर (48) और सुखदेव पांसे (50) मंत्री बनाये गये हैं.
हालांकि, शिवराज सिंह चौहान की पिछली सरकार में कुसुम महदेले, अर्चना चिटनिस, यशोधरा राजे सिंधिया, माया सिंह और ललिता यादव कुल पांच महिला मंत्री थी. जबकि इस बार कमलनाथ के मंत्रिमंडल में विजयलक्ष्मी साधो और इमरती देवी कुल दो महिलाओं को शामिल किया गया है.
छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में मो. अकबर, प्रेमसाय सिंह टेकाम, रविंद्र चौबे, कवासी लखमा, शिव डहरिया, उमेश पटेल, जयसिंह अग्रवाल, गुरु रुद्र कुमार और अनिला भेड़िया ने शपथ ली. इससे पहले 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (57वर्ष) के साथ ही टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने भी शपथ ली थी. मंत्रिमंडल में अब कुल बारह मंत्री हो गए, जबकि प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री हो सकते हैं.
उमेश पटेल (35 वर्ष) सबसे युवा मंत्री हैं, जिनके पिता नंदकुमार पटेल 2013 के झीरमघाटी हमले में मारे गए थे. जबकि 69 वर्षीय ताम्रध्वज साहू सबसे उम्रदराज़ मंत्री हैं. कैबिनेट की औसत उम्र 57 साल है. मंत्रिमंडल में सभी मंत्री करोड़पति हैं, जिनमें 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति वाले टीएस सिंहदेव सबसे अमीर और सबसे कम 1.78 करोड़ रुपए की संपत्ति वाले उमेश पटेल हैं. मंत्रियों में 3 पोस्ट ग्रेजुएट, 7 ग्रेजुएट और 2 बारहवीं पास है.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत विधानसभा अध्यक्ष और तीसरी बार विधायक चुने गए अरुण वोरा उपाध्यक्ष बनाये जा सकते हैं. मंत्री नहीं बनाये गये और आक्रामक शैली की राजनीति करने वाले अमरजीत भगत प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बनाये जायेंगे. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि पहली बार चुने गये विधायकों को मंत्री नहीं बनाया गया जबकि अनुभव को तरजीह देते हुए नए कैबिनेट में सभी क्षेत्रों, जाति और वर्गों का समावेश किया गया है.
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