वर्ल्ड टूर फाइनल्स जीतने वाली पहली भारतीय बनीं पीवी सिंधु
भारतीय स्टार शटलर पीवी सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकुहारा को BWF वर्ल्ड टूर फाइनल्स में 21-19, 21-17 से शिकस्त देकर ख़िताब अपने नाम किया. 62 मिनट में स्वर्ण पदक पर कब्जा करने वाली सिंधु यह खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी.
वर्ल्ड टूर फाइनल्स में पीवी सिंधु ने ओकुहारा को हराकर पहली बार इस टूर्नामेंट के खिताब पर कब्जा जमाया. इस साल सिंधु का यह पहला खिताब है. पिछले साल खेले गए वर्ल्ड टूर फाइनल्स के फाइनल मुकाबले में भी सिंधु और ओकुहारा का ही आमना-सामना हुआ था जिसमें ओकुहारा से सिंधु को मात मिली थी. वैसे इस वर्ष सिंधु को 5 फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था.
अपने 14वें खिताब के लिए सिंधु ने फाइनल में शुरुआत से ही आक्रामकता बनाए रखा. सिंधु ने सेमीफाइनल में 2013 की चैंपियन रतनाचोक इंतानोन के साथ 54 मिनट चले मैच में 21-16, 25-23 से फाइनल में अपनी जगह बनाई थी. दोनों खिलाड़ियों के बीच अब तक हुए 13 मुकाबलों में सिंधु ने 7 और ओकुहारा ने 6 जीते हैं.
जीत के बाद सिंधु ने कहा कि- “इस जीत के बाद खुश हूँ, खुशी जाहिर करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं, क्योंकि इस साल यह मेरा पहला खिताब है. लगातार फाइनल हारने के बाद मिली यह जीत यादगार है, साल का अंत बेहतरीन हुआ. फाइनल में लगातार हार के क्रम को तोड़ने पर राहत मिली है. आशा करती हूँ कि अब कोई भी बड़े फाइनल जीतने की हमारी क्षमताओं पर सवाल नहीं उठाएगा.”
सिंधु की जीत पर कोच पुलेला गोपीचंद ने खुशी जताते हुए कहा कि अब ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप पर ध्यान है, जहां भारत 18 साल से खिताब नहीं जीता है. इस टूर्नामेंट को पिछली बार गोपीचंद ने ही 2001 में 21 वर्ष (1980 में प्रकाश पादुकोण) बाद जीता था. गोपीचंद ने कहा कि हमारे लिए 2020 और 22 काफी महत्वपूर्ण है. इसी दौरान कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और ओलिंपिक गेम्स होने हैं, लेकिन अभी लक्ष्य ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप है.”
वहीं पुरुषों के वर्ग में समीर वर्मा को सेमीफाइनल में चीन के शी यूकी ने 12-21, 22-20, 21-17 से हरा दिया. समीर ने पहले गेम को जीतकर अच्छी शुरुआत की थी लेकिन दुनिया के नंबर दो खिलाड़ी यूकी ने अगले दोनों गेम अपने नाम किये. गोपीचंद ने समीर वर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि समीर ने पूरे टूर्नामेंट में जिस तरह का खेल दिखाया, उससे मैं खुश हूँ. सेमीफाइनल तक पहुंचना ही खास है.