रोहतास पुलिस ने नक्सलियों के जेल ब्रेक की योजना नाकाम कर उनके दो माह की मेहनत पर पानी फेर दिया.
सासाराम जेल से डेहरी कोर्ट में पेशी के लिए जानेवाले अभय यादव, अजय खरवार और शंभू उर्फ शीतल तीन नक्सलियों ने भागने की योजना बनायी थी. पुलिस को इसकी सूचना मिल गयी और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नक्सलियों की योजना ध्वस्त कर दी.
रोहतास के पुलिस अधीक्षक पीके मंडल के अनुसार शनिवार की सुबह तीन कुख्यात नक्सलियों के फरार होने की योजना का पता चला. तीनों नक्सली डेहरी कोर्ट जाने के दौरान रास्ते में सड़क जाम लगवा कर फरार होनेवाले थे. पुलिस को इस योजना की भनक लग गयी कैदी वाहन रोक उन्हें दूसरे वाहन से पेशी के लिए डेहरी ले जाया गया.
पुलिस के अनुसार कैदी वाहन का लोहे का फर्श नक्सलियों ने केमिकल डाल कर गला दिया था. उनकी योजना थी कि फर्श गल जाने के बाद कैदी जब सासाराम जेल से कोर्ट के लिए चलते तो रास्ते में सुअरा के पास उनके साथी सड़क जाम कर गाड़ी को रोक देते और नीचे से सड़े हुए फर्श के सहारे तीनों कुख्यात नक्सली फरार हो जाते. बताया जाट है कि नक्सलियों द्वारा इस योजना की तैयारी करीब दो माह से चल रही थी. दो माह की मेहनत ने केमिकल ने अपना रंग दिखाया और कैदी वाहन के नीचे का चदरा गल गया.
एसपी के अनुसार पुरे मामले में पुलिस की कार्यशैली भी संदिग्ध है. कैदी वाहन की देखरेख करने में लापरवाही बरतने के मामले में एमटी सार्जेंट मेजर रणधीर सिंह से शो-कॉज किया गया है. जबकि एमटी जमादार तबारक मियां और वाहन चालक सिपाही महेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है. पूरी घटना की जांच करायी जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी.