पाकिस्तान के कराची में चीनी काउंसलेट पर आतंकी हमला, 2 पुलिसकर्मियों समेत 5 की मौत
पाकिस्तान के कराची शहर में शुक्रवार को चीनी काउंसलेट पर आतंकी हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. आईजी (साउथ) जावेद आलम ने इसकी पुष्टि की है. डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार सुबह 9.30 बजे फायरिंग शुरू हुई. इसके अलावा कुछ धमाकों की आवाज़ भी सुनी गई. जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी भी मारे गए हैं. बताया जा रहा है कि एक आतंकी ने सुसाइड जैकेट पहनी हुई थी. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने इस हमले की जिम्मेदारी है.
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, फायरिंग की खबर मिलते ही घटनास्थल पर भारी पुलिसफोर्स और रेंजर्स भेजे गए. सुरक्षाबलों ने इमीग्रेशन डिपार्टमेंट के 12 कर्मचारियों को मुठभेड़ चलने तक एक कमरे में बंद रखा. हमले के दौरान वीजा आवेदन करने आए 6 लोग भी वहां मौजूद थे, जिनमें 4 महिलाएं और एक बच्चा शामिल था. इन्हें भी एक अलग कमरे में सुरक्षित पहुंचा दिया गया था. सभी लोग सुरक्षित हैं.
सिंध प्रांत के गवर्नर इमरान इस्माइल ने आईजी पुलिस से घटना की रिपोर्ट मांगी है. गवर्नर ने सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह से भी संपर्क किया है.
पड़ोसी अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले के बीच, पाकिस्तान में ईद मिलाद उन नबी के जश्न के दौरान आतंकी हमलों को रोकने के लिए अधिकारियों ने सुरक्षा बंदोबस्त चाक-चौबंद रखे, जिसके कारण देश के प्रमुख शहरों में बुधवार को मोबाइल फोन सेवाएं बाधित रहीं.
अफगानिस्तान के काबुल में मंगलवार को हुए आत्मघाती हमले में 50 से अधिक लोगों की मौत हुई जिसमें ज्यादातर धर्मगुरू थे.
अधिकारियों ने कहा कि ईद मिलाद उन नबी के मौके पर किसी हादसे से बचने के लिए सुरक्षा बंदोबस्त किया गया. इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध तो रहीं लेकिन इनमें बीच बीच में तकनीकी दिक्कतें आती रहीं. आतंकवादी कई बार उपकरणों में विस्फोट करने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं
पाकिस्तान में ईद मिलाद उन नबी के मौके पर उत्साह देखने को मिला. दिन की शुरुआत इस्लामाबाद में 31 तोपों तथा सभी प्रांतीय राजधानियों में 21 तोपों की सलामी से हुई. मस्जिदों में सुबह विशेष नमाज पढी गई. इसके साथ, जुलूस, धार्मिक गीत, भाषण और मुफ्त भोजन वितरण का आयोजन हुआ.
इस मौके पर राष्ट्र को शुभकामनाएं देते हुए राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने अपने संदेशों में इस्लामी कल्याणकारी राज्य स्थापित करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पैगंबर मोहम्मद की शिक्षा का सच्चाई के साथ अनुसरण करने का आह्वान किया.