नेशनल और स्टेट लेवल पर 7 गोल्ड मेडल जीतने वाली 23 वर्षीया वुमन वेट लिफ्टिर संतोष आज चाय बेचने को मजबूर है।
हरियाणा के सोनीपत की नेशनल और स्टेट लेवल पर 7 गोल्ड मेडल वाली जीतने संतोष को एक दिन प्रैक्टिस के दौरान घुटने में चोट लग गईl उनके पास इलाज के लिए पैसे तक नहीं थे और मजबूरी में उनको गेम छोड़ना पड़ा।
किराए के मकान में रहने वाले संतोष के पिता राजेन्द्र कुमार चाय की दुकान चलाते हैं। गरीबी के कारण 7 लोगों के परिवार का गुजारा बड़ी मुश्किल से होता है। अपने पिता की मदद के लिए संतोष अब चाय की दुकान पर ही काम करती है।
संतोष ने अपने इलाज के लिए हरियाणा सरकार से मदद की गुहार लगायी। मीडिया में संतोष की खबरें आने के बाद हरियाणा के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने उनके इलाज के लिए दो लाख रुपए देने की घोषणा भी की, जिससे वो अपने खेल को दोबारा शुरु कर सके। संतोष आज भी अपने पिता के साथ किराये के मकान में रहते हुए चाय की दुकान पर पिता का सहयोग कर रही हैl