अंबाला, हरियाणा के तारा सिंह ने नेशनल लेवल पर हॉकी खेलते हुए कई मेडल जीते, लेकिन सरकारी सिस्टम के चक्कर में उनका पूरा जीवन आर्थिक तंगी में फंस गया और हॉकी छोड़ बन गए कुली।
बेहद गरीबी में जिन्दगी बिताने वाले तारा सिंह ने 1999 की नेशनल हॉकी प्रतियोगिता में हरियाणा के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया था। अपने जबर्दस्त खेल की बदौलत तारा सिंह ने विपक्षी हॉकी टीम के खिलाफ गोल पर गोल दाग खूब वाह-वाही बटोरी थीl अपनी टीम को कई मैच जिताए थेl लेकिन आज स्टेशन पर लोगों का सामान ढो रहे हैं।
तारा सिंह को सरकार से किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिलीl आखिरकार परिवार का पेट भरने के लिए अंबाला के कैंट रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करने लगेl इतना सब कुछ सहने के बाद भी तारा का हॉकी से मोह भंग नहीं हुआ है। रोज शाम अपने बच्चों को हॉकी खेलने के लिए स्टेडियम ले जाते हैंl बच्चों से हॉकी सीखने को कहते हैंl बच्चे पूछते हैं, हॉकी खेलकर क्या होगा आपकी तरह मजदूरी करनी होगी? तब तारा सिंह के आँख से आँसू निकलने लगते हैं।
नेशनल खिलाड़ी से कुली बन चुके तारा सिंह किसी को अपने खिलाड़ी होने की बात जल्दी बताते नहींl बताते हैं तो लोग हंसते हैं, उन्हें विश्वास तक नहीं होताl