गंभीर-सहवाग के बाद योगेश्वर दत्त ने पत्थारबाजों पर दिया बयान, देखकर हो जायेगा सीना चौड़ा
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने सेना की जीप से नौजवान को बांधने के वीडियो पर सवाल खड़ा किया है. उनका कहना है कि कथित तौर पर सेना की जीप में एक नौजवान को बांध देने का वीडियो सामने आने से ‘‘चिंताजनक स्थिति” पैदा हो गई, लेकिन सुरक्षा बलों पर पथराव के मुद्दे पर कोई सवाल नहीं उठा रहा.
योगेश्वर ने हाल में विवादित वीडियो सामने आने के बाद सेना पर उंगुली उठा रहे लोगों पर निशाना साधा. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘बाढ़ से बचाओ, फिर पत्थर खाओ तब तक कुछ लोगों को परेशानी नहीं है. अब सेना ने मारा नहीं, बस हाथ-पैर बांध दिए तो चिंताजनक स्थिति हो गई.” चुनाव ड्यूटी से लौट रहे सीआरपीएफ जवानों के साथ हुई बदसलूकी का भी योगेश्वर ने विरोध कर कहा था, ‘बाढ़ आई तो सेना चाहिए. उसके बाद एहसानफरामोशी तो देखो इन कायरों की. अनुशासित सेना है, वरना इतने पर तो आम आदमी भी पलट कर मारता.’
योगेश्वर ने ट्वीट किया- पत्थरबाजों के पत्थर खत्म हो ना हो भारतीय सेना का सेवा भाव नहीं खत्म होगा. अलगाववादियों को ख़ुद पर शर्म आए ना आए,हमें सेना पर गर्व होता है.
खबरों के मुताबिक, विवादित वीडियो बडगाम जिले के बीरवाह इलाके में शूट किया गया, जहां उपद्रवियों ने पत्थरबाजी करके रविवार को श्रीनगर लोकसभा सीट पर हुए उप-चुनाव के दौरान मतदान को प्रभावित किया था. कश्मीर में इस वीडियो को सोशल मीडिया पर काफी साझा किया जा रहा है और इसकी निंदा की जा रही है. योगेश्वर ने एक और ट्वीट में कहा, ‘‘जो लोग पूछ रहे हैं कि कौन कितनी बार कश्मीर गया है, तो बता दूं – एसी कमरे में बैठ कर सनसनी नहीं फैलाते, हरियाणा के हर घर से एक सेना में जाता है.”
कश्मीर में सेना पर पत्थर चलाने और जवानों के साथ हो रही बदसलूकी पर योगेश्वर ने सेना में गए अपने बचपन के दोस्तों को याद करते हुए कहा कि उन्हें अपने सैनिक दोस्तों के लिए काफी खराब लगता है. देश के सम्मान के लिए जवान अपना अपमान करा रहे हैं.
गौरतलह है कि कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर दो वीडियो खूब साझा किए जा रहे हैं. इनमें से एक वीडियो में सैन्य कर्मियों को नौजवान को पीटते देखा जा रहा है जबकि दूसरे में नौजवानों को पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने के लिए मजबूर करते देखा जा रहा है