आंध्र प्रदेश पुलिस ने रेड सैंडर (लाल चंदन) के एक ऐसे स्मगलिंग रैकेट का पता लगाया है, जिसे फिल्म एक्ट्रेस नीतू अग्रवाल और टीवी मॉडल संगीता चैटर्जी चला रही थींl ये दोनों अपने पार्टनर स्मगलर के पकड़े जाने के बाद से उनका स्मगलिंग नेटवर्क चला रही थींl एक वर्ष पूर्व अप्रैल में ही चित्तूर के जंगलों में 20 रेड सैंडर तस्करों की पुलिस कार्रवाई में मौत हुयी थी, तब इसे एक फर्ज़ी मुठभेड़ बताया गया था और रेड सैंडर की तस्करी देश भर में चर्चा का मुद्दा बना थाl अब आंध्र प्रदेश पुलिस ने इस स्मगलिंग रैकेट का पता लगाया हैl रेड सैंडर चंदन की एक किस्म है, जिसमें खुशबू नहीं होती. लेकिन ये चंदन की तरह ही कीमती होता हैl ये पेड़ आंध्र प्रदेश के जंगलों में मिलते हैं, जिन्हें काटना प्रतिबंधित हैl परन्तु सरकारी अनुमति के बाद निजी फार्म के पेड़ काटे जा सकते हैं, सरकार इस लकड़ी के एक्सपोर्ट पर कड़ी नज़र रखती हैl चीन, जापान और हॉन्ग कॉन्ग में इसके डिमांड के चलते इनकी तस्करी बड़े पैमाने पर होती रहती हैl संगीता चैटर्जी हाई-स्कूल तक की पढ़ाई करने के बाद टीवी ऐड करने लगी थीl बाद में उसने एक एयरलाइन में बतौर कैबिन क्रू जॉइन किया, उस एयरलाइन में स्मगलर मर्कोंदन लक्ष्मण अक्सर चलता थाl यहीं संगीता और मर्कोंदन की पहचान हुईl लक्ष्मण को 20 करोड़ के रेड सैंडर तस्करी के मामले में 2014 में नेपाल से गिरफ्तार किया गया थाl संगीता को भी पुलिस ने मई 2016 में गिरफ्तार किया था जिसे कोर्ट से बेल मिल गई थी और इसके बाद वो फरार हो गईl पुलिस ने उसे पश्चिम बंगाल से लेकर मणिपुर तक ढूंढा, आख़िरकार मार्च 2017 में वो कोलकाता से पकड़ी गईl संगीता ने पुलिस को बताया कि रेड सैंडर के पेड़ को काट कर छोटे टुकड़े किए जाते हैं, फिर 40 से 200 किलो के छोटे- छोटे कंसाइनमेंट बनाकर शिपिंग कंटेनर में डाल दिए जाते हैंl ये कंटेनर मुंबई, चेन्नई, कोलकाता और बेंगलुरू से हॉन्ग कॉन्ग भेजे जाते हैं, जहां इनसे फर्नीचर बनते हैंl आंध्र के जंगल से हॉन्ग कॉन्ग पहुंचने तक लकड़ी की कीमत कई गुना तक बढ़ जाती हैl संगीता ये सब मैनेज करती थी, उसके पास इसका पूरा हिसाब भी रहता था कि कौन सा कंसाइनमेंट किस पोर्ट के किस कंटेनर में हैl संगीता के चार फ्लैट्स और बैंक लॉकर्स से पुलिस को काफी सोना और नगद मिला हैl नीतू अग्रवाल 2012 में तेलुगू फिल्मों में काम ढूंढने राजस्थान से हैदराबाद आयीl उसकी पहली फिल्म ‘प्रेम प्रणयम’ कोंडम्पल्ली मस्तान वली ने प्रोड्यूस की थी, जो फिल्म बिज़नेस के साथ-साथ रेड सैंडर के स्मगलिंग में भी शामिल थाl नीतू को इस फिल्म के बाद कोई काम नहीं मिला और उसने मस्तान के साथ काम करना शुरू कियाl 2015 में पुलिस मस्तान तक पहुंची तो नीतू का नाम भी सामने आया और साथ ही मालूम चला कि नीतू और मस्तान शादीशुदा हैंl हाँलाकि नीतू कहती है कि वो नहीं जानती थी कि उसका पैसा स्मगलिंग के काम में लग रहा हैl नीतू अप्रैल 2015 से पुलिस कस्टडी में हैl पुलिस का मानना है कि नीतू अग्रवाल, मस्तान वली, संगीता चैटर्जी और लक्ष्मण एक ही स्मगलिंग रैकेट का हिस्सा हो सकते हैं, पुलिस की जांच अब इसी दिशा में चल रही हैl
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