पति के तलाक से परेशान बिजनौर की एक महिला अरीबा खान ने परेशान होकर हिंदू धर्म अपना लिया है। महिला ने PM मोदी से मदद की गुहार लगाई है।
अरीबा के पति ने कतर से फोन पर तीन तलाक दे दिया था। इससे क्षुब्ध होकर उसने हिंदू धर्म अपना लिया है और अब अपने पति महमूद इशहाक को सजा दिलाने और खुद के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ रही है। बिजनौर की अरीबा खान की शादी 11 अप्रैल 2012 को नहटौर में महमूद इशहाक के साथ हुई थी। जो खाड़ी देश कतर में सिविल इंजिनियर है।अरीबा के अनुसार शादी के बाद से ही उसे ससुराल में परेशान किया जाने लगा। एक साल बाद उसके एक बेटी भी हुई थी। जिसके बाद काफी जिद करने पर उसका पति बेटी के साथ उसे कतर ले गया। सात-आठ महीने वहां रखा, उसके बाद अपनी नौकरी छूटने की बात कहकर उसे और बेटी को बिजनौर ले आया, कुछ दिन बिजनौर में साथ रहने के बाद दिल्ली और मुंबई में नौकरी की तलाश का बहाना कर फिर से कतर चला गया। कतर से ही 9 अप्रैल 2015 को टेलिफोन पर उसे तलाक दे दिया।
अरीबा ने इसके बाद नहटौर थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। तभी से न्याय के लिए वह लड़ रही हैं। उसका कहना है कि तीन तलाक का मुद्दा खत्म करने के PM मोदी के भरोसे देने के बाद उसने BJP को वोट किया था। अब केंद्र और प्रदेश में सरकार BJP की है, इस क्रूरतम ट्रिपल तलाक के मुद्दे को खत्म किया जाना चाहिए। अरीबा के पिता जावेद खान और मां रूबीना भी पीएम से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।