उत्तर प्रदेश सरकार ने फैजाबाद-अयोध्या तथा मथुरा-वृंदावन नगर पालिकाओं को अपग्रेड करके नगर निगम बनाने का फैसला किया है।
सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में फैसला किया गया है कि अयोध्या-फैजाबाद और मथुरा-वृंदावन नगर पालिकाओं को मिलाकर दो नगर निगम बनेंगे। पहले नगर निगम का नाम फैजाबाद-अयोध्या नगर निगम और दूसरे नगर निगम का नाम मथुरा-वृंदावन नगर निगम होगा।
उन्होंने बताया कि इन नए नगर निगमों के चुनाव भी अन्य नगर निगमों के साथ ही होंगे। मथुरा और वृंदावन के बीच ज्यादा दूरी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नगर निगम का जो आफिस होगा, उसमें इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि वह ऐसी जगह हो कि जहां दोनों ही नगरों के लोगों को आने-जाने में सुगमता हो तथा सुविधाएं आसानी से मिल सकें।
शर्मा ने बताया कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता धार्मिक नगरों का विकास है। वहां आने जाने वाले श्री राम और श्रीकृष्ण के भक्तों, देशी-विदेशी तीर्थयात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। वहाँ बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं अच्छी हों। इसीलिए इन दोनों ही जगह नगर निगम बनाने का फैसला किया गया है। वर्तमान में वहां न शौचालय हैं और न हीं साफ सफाई की उचित व्यवस्था।
कैबिनेट ने पटरी दुकानदारों के फेरी नीति को भी मंजूरी दी है। सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय फेरी नीति 2014 में बनाई थी लेकिन पूर्व सरकार ने केंद्र सरकार की नीतियों को लागू ही नहीं किया। योगी सरकार किसानों, युवाओं और पटरी दुकानदारों की बेहतरी के लिए यह फेरी नीति लागू कर रही है। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा और पटरी दुकानदारों का रजिस्ट्रेशन होगा। यही कमेटी सारे फैसले लेगी।