प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता दामोदर भाई के कुल 5 भाई थे। नरसिंह दास, नरोत्तम दास, जगजीवन दास, कांति लाल, जयंती लाल। इसमें से कांतिलाल और जयंती लाल शिक्षक के रूप में रिटायर्ड हुए हैँ।
नरेंद्र मोदी के सगे चाचा नरसिंह दास मोदी के 55 वर्षीय बेटे भरत भाई पालनपुर के पास स्थित लालवाड़ा गांव के पेट्रोल पंप पर 6 हजार रुपए मासिक वेतन पर काम करते हैं। 65 कि.मी.दूर अपने घर वडनगर सप्ताह में एक बार जाते हैं, जहां उनकी पत्नी रमीला बेन अपने छोटे से घर पर ही कई छोटी-छोटी चीजें बेचने का काम करती हैं। भरत भाई से छोटे अशोक भाई वडनगर के बाजार में एक छोटी-सी दुकान किराए पर ले रखी है, जिसमें पतंग, पटाखे और नाश्ता बेचते हैं। साथ ही पत्नी वीणा बेन के साथ मिलकर एक जैन बिजनेसमैन द्वारा शुरू की गई भोजन की मुफ्त दुकान में कढ़ी-खिचड़ी बनाते हैं, उधर वीणा बेन बर्तन साफ करती हैं। उनका तीसरा भाई चंद्रकांत अहमदाबाद की एक चेरिटेबल गौशाला में काम करता है।
अन्य दो भाई भी इसी तरह से अपनी जीविका चला रहे हैं। अरविंद भाई आसपास के गांवों में घूम-घूमकर तेल के पुराने पीपे इकट्ठा करते हैं। भोगीभाई वडनगर में ही किराने की दुकान चलाते हैं।
नरसिंह दास नरेंद्र मोदी के पिता दामोदर भाई की तरह वडनगर रेल्वे स्टेशन के पास चाय की दुकान चलाते हैं। जयंती लाल की बेटी लीना बेन के पति विसनगर में बस कंडक्टर थे। ताज़ा अपडेट पाने के लिए हमारे पेज को लाइक करें