भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करते हुए पाकिस्तानी मेडिकल वीजा को बैन कर दिया है। सरकार ने यह कदम बिना किसी नोटिस के उठाया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार केंद्र सरकार मेडिकल वीजा नियमावली में कई बदलाव करके वीजा प्रक्रिया में सख्ती बरतना चाहती है। मेडिकल वीजा बैन होने से हजारों पाकिस्तानी मरीज प्रभावित हो सकते हैं। खबर ये भी है कि केंद्र सरकार पाकिस्तानी नागरिकों को मिलने वाले व्यापार, धार्मिक और तीर्थयात्रा वीजा पर समीक्षा करने का विचार कर रही है। बता दें कि अभी दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध अच्छे नहीं हैं, क्योंकि पाकिस्तान ने रॉ के एजेंट कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई है। पाकिस्तानी सेना अधिनियम (पीएए) के तहत भारतीय जासूस को फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (एफजीसीएम) के माध्यम से पेश किया गया था। 3 मार्च 2016 को मशकेल, बलूचिस्तान से एक काउंटर इंटेलिजेंस ऑपरेशन के माध्यम से उन्हें गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल मार्च में पाकिस्तान सेना ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें भारतीय जासूस ने बलूचिस्तान में आतंकी गतिविधियों में भारत की भागीदारी होने की बात कबूल की थी। दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव पर रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत पाकिस्तान में सीमा पार से आतंकवाद प्रायोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि कुलभूषण जाधव की मौत की सजा देश के खिलाफ षड्यंत्र करने वालों के लिए एक चेतावनी है. गौरतलब है कि 1 मई को पाकिस्‍तान द्वारा सीजफायर का उल्‍लंघन किया गया था, जिसमें दो भारतीय जवानों की हत्या कर उनके शवों के साथ बर्बरता की गई थी। इस हमले से पाकिस्तान के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। ठीक इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान ने भारतीय पोस्ट पर गोलीबारी की थी। इस हमले में दो भारतीय जवान शहीद हो गए थे। शहीद होने वालों में नायब सूबेदार परमजीत सिंह और बीएसफ के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर शामिल हैं।
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