करोड़ों रूपये काले धन केस में आईटी विभाग का नौ राज्यों में नौकरशाहों पर छापे
ऑपरेशन ब्लैकमनी के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने आज नौ राज्यों के 18 नौकरशाहों पर छापे मारे, इनमें आईएएस से लेकर बैंककर्मी तक शामिल हैंl इस ऑपरेशन ब्यूरोक्रेट ने स्पष्ट कर दिया कि काले धन के खिलाफ किसी भी मामले में आयकर विभाग अपने रुख में नरमी बरतने को बिल्कुल तैयार नहीं है।
ईडी ने जिन अधिकारियो के यहां छापे मारे उनमें आईएएस, आईएफएस, फायर सर्विस, बैंक अधिकारी, स्टेट ट्रेडिग कारपोरेशन के अधिकारी और अनेकों इंजीनियर शामिल हैंl ये छापेमारी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ, तमिलनाडू, गोवा, तेलगांना और पश्चिम बंगाल में हुए हैंl देर शाम तक चली छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए है जिनकी जांच चल रही हैl
ईडी की सबसे महत्वपूर्ण छापेमारी लखनऊ में हुई जहां टीम ने साल 2007 से 2012 के बीच मायावती के शासनकाल में हुए स्मारक घोटाले मे हुईl इस मामले में अखिलेश राज में एफआईआर दर्ज हुई थीl इस मामले की जांच लोकायुक्त ने भी की थी औऱ उन्ही की रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ थाl
मायावती के लिए ये छापा एक बडा सदमा साबित हो सकता है, क्योंकि इस मामले में उनके दो सहयोगियो बाबू सिंह कुशवाहा औऱ नसीमुद्दीन सिददीकी के भी नाम शामिल है और जांच की आंच मायावती तक पहुच सकती हैl
दिल्ली के पाश एरिया डिफेंस कालोनी के एक मकान में ईडी की टीम ने छापेमारी की इस मकान में स्टेट ट्रेडिंग कारपोरेशन के पूर्व सीएमडी अरविंद पंडलाई रहते है जिन पर आरोप है कि अपने पद पर रहते हुए उन्होने एक प्राइवेट कंपनी से विदेशो को सप्लाई करवाई, जिससे सरकार को 60 करोड रुपये का नुकसान हुआl
नोयडा में इंजीनियर रामेद्र सिंह के घर पर छापेमारी हुई, वही रामेद्र सिंह जो नोयडा प्राधिकरण में प्रोजेक्ट इंजीनियर है और जिसके यहां से यादव सिंह की घूस की डायरी बरामद हुई थीl
टीम ने कोलकाता मे एक आईएएस के के गोडला के यहा छापेमारी की जिसपर 60 करोड रुपये के घोटाले का आरोप है और यह भी आऱोप है कि घूस की रकम उसके ससुर को भी मिलीl बताया जाता है कि मोदी सरकार की यह कारवाई लगातार जारी रह सकती है औऱ इन मामलो में महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां भी हो सकती हैंl