अब ‘मिशन ओडिशा’ के फतह की तैयारी में जुटे भाजपा के चाणक्य
यूपी और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मिली भारी जीत के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब नवीन पटनायक के ओडिशा में भी जीत की जुगत लगाने में जुट गए हैं. भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए भुवनेश्वर पहुंचे अमित शाह ने आज शहर में एक रोड शो किया.
भाजपा महासचिवों की एक बैठक भी शुक्रवार शाम को होगी. इसकी अध्यक्षता अमित शाह करेंगे. इसमें दो दिन की कार्यकारिणी की बैठक के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा. कार्यकारिणी बैठक में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्तावों के अलावा गरीब कल्याण और अंत्योदय पर भी प्रस्ताव आने की संभावना है. दरअसल ओडिशा के पंचायत चुनाव में मिली जबरदस्त जीत से उत्साहित भाजपा अध्यक्ष अमित शाह विधानसभा चुनाव में भी जीत के सिलसिले को कायम रखना चाहते हैं। भाजपा बीजू जनता दल में इस समय घमासन भी मचा हुआ है. भाजपा आलाकमान को लगता है कि इस घमासान का फायदा उठाने का यह उचित समय है. शनिवार से भुवनेश्वर में शुरू हो रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में शामिल होंगे. इसके तहत कल दोपहर 2.00 बजे एयरपोर्ट से कार्यकारिणी बैठक स्थल तक पीएम मोदी के भव्य स्वागत का कार्यक्रम है. संभव है रोड शो के जरिये वह शाम 5.00 बजे जनता मैदान पहुंचेंगे. दो दिवसीय बैठक जनता मैदान पर ही होगी. इस संबंध में शुक्रवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जिस तरह 2014 में जन समर्थन पीएम मोदी को मिला, 2017 में आते-आते उस अपार लोकप्रियता में इजाफे के साथ एक नया रूप देखने को मिला है. 2019 में देश और ओडिशा में चुनाव होने हैं. हमारी दो तरफ़ा नीति है. सरकार के माध्यम से देश की आकांक्षा को पूरा करना और उसे पूरा करने के लिए सफल संगठन बनाना. प्रधान ने कहा कि ओडिशा पीएम मोदी की गरीब कल्याण योजनाओं की प्रयोगशाला है. हम ओडिशा में तीसरे नंबर की पार्टी हैं. हमारी कोशिश थी दूसरे नंबर की पार्टी बनना और ऐसा हुआ. हालांकि हम इतने से संतुष्ट नहीं हैं. हमारा लक्ष्य 2019 तक पार्टी को सत्ता में लाना है.
बता दें कि भाजपा कभी भी ओडिशा में सत्ता में नहीं आ पाई है. पार्टी की इससे पहले 1997 में बैठक हुई थी. उसके बाद राज्य में भाजपा और बीजेडी के बीच गठबंधन हुआ था. बीजेडी न सिर्फ वाजपेयी सरकार में शामिल हुई थी बल्कि राज्य में भी गठबंधन की सरकार बनी थी. 2009 में यह गठबंधन टूट गया था.